love shayari आज मुझे ये शाम सजाने की इजाज़त दे दो, अपने इश्क में मुझे कैद कर लो, आज जान तुम पर लुटाने की इजाज़त दे दो।
आज मुझे ये शाम सजाने की इजाज़त दे दो,
अपने इश्क में मुझे कैद कर लो,
आज जान तुम पर लुटाने की इजाज़त दे दो।
इस लफ्जे-मोहब्बत का इतना सा फसाना है,
सिमटे तो दिले-आशिक फैले तो जमाना है,
ये इश्क नही आसान इतना तो समझ लीजिए,
एक आग का दरिया है और डूब के जाना है।
तुझे मोहब्बत करना नही आता,
मुझे मोहब्बत के सिवा कुछ नहीं आता,
जिंदगी गुजारने के दो तरीके होते हैं
एक तुझे नही आता और एक मुझे नही आता।
मोहब्बत रंग लाती है जब दिल से दिल मिलते हैं,मुश्किल तो ये है कि दिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं।
क्या कहे बिन तेरे ये जिंदगी है कैसी
दिल को जलाती है ये बेबसी है कैसी
ना कह पाते हैं ना सह पाते हैं
ना जाने तकदीर में लिखी ये आशिकी है कैसी।
तुम्हारी याद मुझे बेचैन कर जाती है,
हर जगह मुझे बस तुम्हारी ही सूरत नजर आती है,
जाने कैसा कर दिया है मुझे तुम्हारी मोहब्बत ने,
अगर कभी नीद आती है तो आंखे रूठ जाती हैं।
उतर जाते हैं दिल में कुछ लोग इस तरह,
उनको निकालो तो जान निकल जाती है।
तू मेरे दिल पे हाथ तो रख
हम तेरे हाथ पे दिल रख देंगे।
गुजर रही है जिंदगी ये बड़े ही नाजुक दौर से,
मिलता नही सुकून तेरे सिवा किसी और से।
कह दो अपनी यादों से की
हमें यूं ना तड़पाया करें
हमेशा चली आती हैं अकेले ही
कभी तुम्हे भी तो साथ ले आया करें।
उसकी याद हमे बेचैन बना जाती है
हर जगह हमे उसकी सूरत नजर आती है
कैसा हाल किया है मेरा आपके प्यार ने
नीद भी आती है तो आंखे बुरा मान जाती हैं।
सच्ची मोहब्बत कभी खत्म नहीं होती
वक़्त के साथ खामोश हो जाती है
ज़िन्दगी के सफ़र में आपका सहारा चाहिए
आपके चरणों का बस आसरा चाहिए
हर मुश्किलों का हँसते हुए सामना करेंगे
बस ठाकुर जी आपका एक इशारा चाहिए
Jis Dil Main Basa Tha Naam Tera Humne Wo Tod Diya
Na Hone Diya Tujhe Badnaam Bas Tere Naam Lena Chod Diya
जिस दिल में बसा था नाम तेरा हमने वो तोड़ दिया
न होने दिया तुझे बदनाम बस तेरे नाम लेना छोड़ दिया
Maitab Bhi Tere Sath Rahunga
Jab Mai Nhi Rhunga
मैं तब भी तेरा रहूंगा
जब मैं नहीं रहूँगा
Kisi Ko Ji Bhar Ke Mahsoos Karna Bhi Mohabbat Hai
जरूरी नहीं इश्क़ में बनहूँ के सहारे ही मिले
किसी को जी भर के महसूस करना भी मोहब्बत है
नशे में भी तेरा नाम लब पर आता है
चलते हुए मेरे पाँव लड़खड़ाते हैं
दर्द सा दिल में उठता है मेरे
हसीं चेहरे पर भी दाग नजर आता है
Humne Bhi Ek Aise Shakhs Ko Chaha
Jisko Bhula Na Sake Aur Wo Kismat Main Bhi Nahi
हमने भी एक ऐसे शख्स को चाहा
जिसको भुला न सके और वो किस्मत मैं भी नहीं
वही है चाहत यादों की बरसात वही है
हर खुशी भी दूर है मेरे आशियाने से
खामोश लम्हों में दर्द-ए-हालात वही है
Karne Lage Jab Shikwa Usse Uski Bewafai Ka
Rakh Kar Hont Ko Hont Se Khamosh Kar Diya
करने लगे जब शिकवा उससे उसकी बेवफाई का
रख कर होंट को होंट से खामोश कर दिया
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